भारत संचार निगम लिमिटेड (BSNL) ने अपनी वित्तीय स्थिति सुधारने के उद्देश्य से 18,000 से 19,000 कर्मचारियों की छंटनी की योजना बनाई है। इसके लिए कंपनी ने दूसरा स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति योजना (VRS 2.0) प्रस्तावित किया है और वित्त मंत्रालय से 1,500 करोड़ रुपये की मंजूरी मांगी है।
वर्तमान में, BSNL अपने कर्मचारियों के वेतन पर वार्षिक लगभग 7,500 करोड़ रुपये खर्च करता है, जो उसके कुल राजस्व का 38% है। कंपनी का लक्ष्य इस खर्च को घटाकर 5,000 करोड़ रुपये करना है, जिससे उसकी बैलेंस शीट में सुधार हो सके।
BSNL के बोर्ड ने इस प्रस्ताव को दूरसंचार विभाग को भेजा है, जो वित्त मंत्रालय से मंजूरी प्राप्त करने के बाद कैबिनेट की स्वीकृति के लिए प्रस्तुत किया जाएगा। यह कदम ऐसे समय में उठाया जा रहा है जब निजी दूरसंचार कंपनियां 5G सेवाएं प्रदान कर रही हैं, जबकि BSNL अभी तक पूरे देश में 4G सेवाएं शुरू नहीं कर पाया है।
2019 में, सरकार ने BSNL और महानगर टेलीफोन निगम लिमिटेड (MTNL) के पुनरुद्धार के लिए 69,000 करोड़ रुपये की योजना को मंजूरी दी थी, जिसमें VRS भी शामिल था। उस समय लगभग 93,000 कर्मचारियों ने VRS का विकल्प चुना था, जिससे पेंशन, ग्रेच्युटी और कम्यूटेशन में करीब 17,500 करोड़ रुपये खर्च हुए थे।
BSNL की इस नई छंटनी योजना का उद्देश्य कंपनी की वित्तीय स्थिति को मजबूत करना और प्रतिस्पर्धी बाजार में अपनी स्थिति को बेहतर बनाना है।