भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव विनोद तावडे पर बहुजन विकास आघाड़ी (BVA) ने गंभीर आरोप लगाए हैं कि वे महाराष्ट्र के वसई-विरार क्षेत्र में पार्टी कार्यकर्ताओं और मतदाताओं को नकदी वितरित कर रहे थे। यह घटना एक होटल में हुई, जहां तावडे को नकदी रुपयों के साथ पकड़ा गया। रिपोर्ट्स के अनुसार, होटल में तनावपूर्ण स्थिति पैदा हो गई, और BVA कार्यकर्ताओं ने विरोध जताते हुए कार्रवाई की मांग की।
BVA के नेता हितेंद्र ठाकुर ने इस मुद्दे को लेकर भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि यह लोकतांत्रिक प्रक्रिया का उल्लंघन है। हालांकि, भाजपा ने अभी तक इस आरोप पर कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया है। पुलिस द्वारा मामले की जांच जारी है, और यह स्पष्ट किया जाएगा कि नकदी का उपयोग चुनावी प्रक्रिया को प्रभावित करने के लिए किया जा रहा था या नहीं ।
छत्तीसगढ् के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने सवाल उठाते हुए कहा कि विनोद तावड़े अपने ‘मनपसंद’ बैग में पैसा भरकर लाए थे और वहां पर लोगों को बुला-बुलाकर पैसे बांट रहे थे. वो भी पुलिस सुरक्षा में। महाराष्ट्र में मतदान से एक दिन पहले पैसों के साथ विनोद तावड़े के कई वीडियो सामने आ रहे हैं. क्या आपको लगता है कि चुनाव आयोग और ED इसका संज्ञान लेंगे? मुझे तो नहीं लगता। क्योंकि भाजपा का भ्रष्ट आचरण मोदी काल में ‘पुण्य कर्म’ कहलाता है।

यह मामला महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों से ठीक मतदान के एक दिन पहले सामने आया है, जहां राजनीतिक दलों के बीच पहले से ही तीखी प्रतिस्पर्धा देखी जा रही है। विपक्ष ने इस घटना को लेकर भाजपा की आलोचना तेज कर दी है और निष्पक्ष जांच की मांग की है।
Tareeke se nishpaksha janch hoga toh Bharat ka sabse bada Dakait criminal pakda jayega….