झांसी मेडिकल कॉलेज के नवजात गहन चिकित्सा इकाई (एनआईसीयू) में शुक्रवार रात भीषण आग लगने से 10 नवजात शिशुओं की मौत हो गई। 54 बच्चों से भरे वार्ड में अचानक ऑक्सीजन कंसेंट्रेटर में आग लग गई। वार्ड में अत्यधिक ऑक्सीजन होने के कारण आग तेजी से फैल गई। मौके पर मौजूद स्टाफ ने तुरंत बचाव कार्य शुरू किया और 37 बच्चों को सुरक्षित बाहर निकाला।
मुख्य चिकित्सा अधीक्षक (सीएमएस) सचिन महोर ने जानकारी दी कि आग ऑक्सीजन कंसेंट्रेटर में अचानक लगी । उन्होंने कहा, “हमने आग बुझाने का प्रयास किया, लेकिन अत्यधिक ऑक्सीजन के कारण आग तेजी से फैल गई। बचाव कार्य के दौरान कई बच्चों को सुरक्षित निकाला गया। घायलों का इलाज चल रहा है।”
झांसी के जिलाधिकारी अविनाश कुमार ने बताया कि आग शॉर्ट सर्किट के कारण लगी हो सकती है। दमकल की छह गाड़ियां मौके पर पहुंचीं और आग पर काबू पाया गया। सभी घायल बच्चों का इलाज चल रहा है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने घटना पर गहरी संवेदना व्यक्त की और जिला प्रशासन को राहत कार्य में तेजी लाने का निर्देश दिया।
मुख्यमंत्री ने घटना की जांच के लिए समिति गठित कर रिपोर्ट 12 घंटे में सौंपने का निर्देश दिया है। साथ ही मृतक बच्चों के परिजनों को मुआवजा देने की घोषणा की है।
इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना ने चिकित्सा संस्थानों की सुरक्षा पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।