छत्तीसगढ़ के कोरिया जिले के देवसील कटवार में एक बाघ का शव नदी में मिलने से वन्यजीव संरक्षण को लेकर चिंता बढ़ गई है। वन विभाग के अधिकारियों ने बताया कि इस बाघ को पिछले महीने 16 अक्टूबर से पास के जंगल में देखा गया था। बाघ ने पटना क्षेत्र के टेमरी गांव में मवेशियों पर भी हमला किया था, जिसके बाद विभाग ने उसकी निगरानी का दावा किया था और कई जगहों पर कैमरे भी लगाए थे।

हालांकि, बाघ की मौत के साथ ही वन विभाग के ये दावे असफल होते दिखाई दे रहे हैं। यह घटना छत्तीसगढ़ में घटती बाघों की संख्या को उजागर करती है। एक समय 43 बाघों वाला यह राज्य अब केवल सात बाघों के साथ संघर्ष कर रहा है, जबकि छत्तीसगढ़ से अलग होकर बने मध्यप्रदेश में बाघों की संख्या 780 के करीब है।

वन विभाग के अधिकारी इस मामले की जांच कर रहे हैं कि बाघ की मौत किन कारणों से हुई। वन्यजीव संरक्षण विशेषज्ञों का मानना है कि राज्य में बाघों की घटती संख्या पर तत्काल ध्यान देने की आवश्यकता है, ताकि ऐसी घटनाओं को रोका जा सके।

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