बॉम्बे हाई कोर्ट ने गुरुवार को दिल्ली विश्वविद्यालय के पूर्व प्रोफेसर हनी बाबू को ज़मानत दे दी, जिन्हें एल्गार परिषद–भिमा कोरेगांव साज़िश मामले में आरोपी बनाया गया था।

जस्टिस ए.एस. गडकरी और जस्टिस रणजीतसिंह भोंसले की खंडपीठ ने उनकी जमानत याचिका मंज़ूर की। इस मामले में विस्तृत आदेश अभी जारी होना बाकी है।

हनी बाबू को जुलाई 2020 में NIA द्वारा UAPA के तहत गिरफ्तार किया गया था। उन पर भिमा कोरेगांव मामले में माओवादियों से जुड़े होने और कथित साज़िश में भूमिका निभाने का आरोप था।

उनकी पहली जमानत याचिका विशेष NIA अदालत ने खारिज कर दी थी, जिसे बाद में हाई कोर्ट ने भी बरक़रार रखा था। इसलिए उन्हें जमानत नहीं मिली थी।

अब हाई कोर्ट ने लंबी अवधि से मुकदमे में देरी और लंबे समय से कारावास में रहने को ध्यान में रखते हुए उन्हें ज़मानत दे दी है।

🔎 मामला — क्या है Elgar Parishad-Bhima Koregaon केस?

  • इस केस की शुरुआत 2017 के अंत में हुई थी, जब पुणे में आयोजित हुए Elgar Parishad कार्यक्रम में कथित रूप से अलावकारी भाषण दिए गए थे। पुलिस का दावा है कि इसके बाद 1 जनवरी 2018 को कोरेगांव-भीमा युद्ध स्मारक के पास हिंसा हुई थी। उस हिंसा में एक व्यक्ति की मौत हुई और कई घायल हुए थे।  
  • बाद में जांच प्रकरण को National Investigation Agency (NIA) ने अपने हाथ में ले लिया। आरोप है कि Hany Babu सहित कई अन्य लोग कथित रूप से माओवादी विचारधारा का समर्थन करते थे और हिंसा भड़काने की साजिश में शामिल थे।  
  • Hany Babu को 28 जुलाई 2020 को गिरफ्तार किया गया था। तब से वो Taloja जेल, नवी मुंबई में बंद थे।  

⚖️ क्या वजह बनी जमानत की?

  • Hany Babu ने jamanat के लिए कोर्ट में यह तर्क दिया कि उन्हें लगभग 5 साल से ज़्यादा समय जेल में रखा गया है — लेकिन अभी तक मुकदमा तय नहीं हुआ है, चार्जशीट तैयार नहीं हुई है, और उनके खिलाफ आरोप formal रूप से framed नहीं हुए। इसके अलावा, उनकी discharge याचिका भी अटकी हुई है।  
  • कोर्ट ने माना कि लंबित सुनवाई और इतने लंबे कारावास को देखते हुए — जबकि co-accused के कुछ सदस्य पहले ही जमानत पा चुके हैं — Hany Babu के लिए भी जमानत देना न्यायसंगत है।  
  • इसी कारण, एक division bench — जिनमें Ajey S. Gadkari और Ranjitsinha R. Bhonsale शामिल थे — ने उनकी जमानत याचिका मंज़ूर की। NIA की ओर से सुप्रीम कोर्ट अपील दाखिल करने की कोशिश थी, पर HC ने उस पर स्टे देने से इन्कार कर दिया।  
  • कोर्ट ने जमानत के लिए 1 लाख रुपये व्यक्तिगत बॉन्ड और 1 लाख रुपये के सुनिश्चितता (surety) की शर्त भी रखी है।  

📌 अब आगे क्या होगा?

  • फिलहाल विस्तृत (detailed) जमानत आदेश सार्वजनिक नहीं हुआ है।  
  • Hany Babu पर आरोप अभी बने हुए हैं — कोर्ट ने केवल लंबित मुकदमे और लम्बे समय तक कारावास को ध्यान में रखते हुए जमानत दी है। मामला अब ट्रायल कोर्ट में चलेगा।  

यह फैसला क्यों अहम है?

  • Elgar Parishad–Bhima Koregaon मामले में अब तक कई अन्य आरोपी — जैसे Rona Wilson, Sudhir Dhawale, Sudha Bharadwaj आदि — को पहले ही जमानत मिल चुकी है। Hany Babu को जमानत मिलना इस क्रम की अगली बड़ी कड़ी है।  
  • इस केस को लेकर लंबे समय से जारी मंथन, न्याय प्रक्रिया की सुस्ती और कारावास में गुजरे साल — इन सब को देखते हुए यह फैसला विवादित और चर्चा में है।

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