भारतीय सिनेमा के दिग्गज अभिनेता और दर्शकों के ‘ही-मैन’ धर्मेंद्र का सोमवार को 89 वर्ष की आयु में निधन हो गया। उनकी परिवारिक सूत्रों और प्रमुख अंतरराष्ट्रीय एजेंसियों — एसोसिएटेड प्रेस (AP) और रॉयटर्स — ने उनकी मृत्यु की पुष्टि की है। वे पिछले कुछ समय से अस्वस्थ चल रहे थे।
धर्मेंद्र के पार्थिव शरीर का अंतिम संस्कार मुंबई के पवन हंस क्रेमेंटरियम में किया गया, जहां परिवार, रिश्तेदारों और फिल्म उद्योग की कई हस्तियों ने उन्हें अंतिम विदाई दी।
धर्मेंद्र ने अपने लगभग सात दशक लंबे करियर में 300 से अधिक फिल्मों में अभिनय किया और भारतीय फिल्म इतिहास के सबसे लोकप्रिय और सफल सितारों में शुमार रहे। ’शोले’, ’सीता और गीता’, ’धरम वीर’, ’यादों की बारात’, ’चुपके-चुपके’, ’अनुपमा’, ’फिर कैदी नम्बर 911’ जैसी अनगिनत फिल्मों में उनके अभिनय को आज भी याद किया जाता है।
प्रधानमंत्री, राष्ट्रपति, फिल्म जगत और राजनीतिक दलों ने उनके निधन पर गहरा दुख व्यक्त किया है। सोशल मीडिया पर प्रशंसकों और कलाकारों ने श्रद्धांजलि संदेश साझा करते हुए धर्मेंद्र को “एक युग का अंत” बताया है।
धर्मेंद्र के निधन पर राहुल गांधी ने जताया गहरा शोक, कहा—भारतीय कला जगत की अपूरणीय क्षति
राहुल गांधी ने अपने संदेश में कहा, “महान अभिनेता धर्मेंद्र जी के निधन का समाचार अत्यंत दुखद है और भारतीय कला जगत के लिए अपूरणीय क्षति है। सिनेमा में लगभग सात दशकों के उनके अद्वितीय योगदान को हमेशा सम्मान और मोहब्बत के साथ याद रखा जाएगा। धर्मेंद्र जी को अपनी भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं। इस दुख की घड़ी में मेरी संवेदनाएं उनके शोकाकुल परिवार, मित्रों और प्रशंसकों के साथ हैं।”
फिल्म निर्देशक और निर्माता करण जौहर ने कहा, “धर्मेंद्र जी सिनेमा के सच्चे दिग्गज थे। उनका जाना हमारे लिए व्यक्तिगत और पेशेवर दोनों रूप से एक अपूरणीय क्षति है।”
लोकप्रियता, विनम्रता और विशाल फिल्मी विरासत के लिए जाने जाने वाले धर्मेंद्र अपने पीछे एक ऐसा इतिहास छोड़ गए हैं, जिसे भारतीय सिनेमा आने वाली पीढ़ियों तक याद रखेगा।
भारत ने अपना एक अमिट सितारा खो दिया।
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