श्रीलंका के पूर्व राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे को आज कोलंबो स्थित आपराधिक अन्वेषण विभाग (CID) में पेशी के दौरान गिरफ्तार कर लिया गया। वे यहाँ चल रही एक जांच में बयान दर्ज कराने आए थे।
यह गिरफ्तारी उस आरोप से जुड़ी है जिसमें दावा किया गया है कि विक्रमसिंघे ने अपनी पत्नी प्रोफेसर मैत्री विक्रमसिंघे के लंदन विश्वविद्यालय में हुए स्नातक समारोह में शामिल होने के लिए निजी दौरे का खर्च सरकारी धन से वहन किया।
‘£1,000 प्रतिदिन बटलर’ विवाद
जांच एजेंसियों के अनुसार, यह लंदन यात्रा एक बड़े विदेश दौरे के हिस्से के रूप में दिखाई गई, जबकि इसमें कोई आधिकारिक कार्यक्रम शामिल नहीं था। पूरी यात्रा का खर्च सरकार द्वारा उठाया गया। इस मामले में विक्रमसिंघे के पूर्व राष्ट्रपति सचिव समन एकनायके और पूर्व निजी सचिव सैंड्रा परेरा से भी पूछताछ की जा चुकी है।
कोलंबो फोर्ट मजिस्ट्रेट कोर्ट में प्रस्तुत पुलिस की रिपोर्ट के अनुसार, जांच उस यात्रा से जुड़ी है जब विक्रमसिंघे अपनी पत्नी के पीएचडी स्नातक समारोह (22 और 23 सितंबर 2023, यूनिवर्सिटी ऑफ वूल्वरहैम्प्टन) में शामिल होने गए थे।
CID ने दावा किया है कि इस दौरे पर पूर्व राष्ट्रपति के साथ करीब 10 लोगों का दल गया था और इसका खर्च लगभग 16.9 मिलियन श्रीलंकाई रुपये आया। यह भी खुलासा हुआ है कि उस समय विक्रमसिंघे क्यूबा और अमेरिका की आधिकारिक यात्रा पर थे और वहीं से सीधे ब्रिटेन पहुँचकर इस निजी कार्यक्रम में शामिल हुए।
इस गिरफ्तारी ने श्रीलंका की राजनीति में हलचल मचा दी है और पूर्व राष्ट्रपति के खिलाफ भ्रष्टाचार और सत्ता के दुरुपयोग के आरोपों को और गंभीर बना दिया है।