लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने आज ‘वोट चोरी’ के आरोपों को लेकर चुनाव आयोग और केंद्र सरकार पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा कि यह लड़ाई राजनीतिक नहीं बल्कि संविधान की रक्षा और एक व्यक्ति, एक वोट के सिद्धांत को बचाने की है। इसके लिए उन्होंने स्वच्छ और शुद्ध मतदाता सूची बनाने की मांग की।
राहुल गांधी ने कर्नाटक के महादेवपुरा विधानसभा क्षेत्र का उदाहरण देते हुए दावा किया कि वहाँ 1 लाख से अधिक फर्जी मतदाता पाए गए हैं। इनमें डुप्लीकेट नाम, फर्जी पते, गलत फोटो और Form 6 का दुरुपयोग शामिल है। उन्होंने आरोप लगाया कि चुनाव आयोग बीजेपी के साथ मिलकर मतदाता सूची में हेरफेर कर रहा है और CCTV फुटेज नष्ट कर रहा है।
चुनाव आयोग ने इन आरोपों को खारिज करते हुए राहुल गांधी से कहा कि यदि उन्हें अपने दावों पर भरोसा है, तो वे शपथ-पत्र जमा करें। राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने EC की इस मांग को “पूरी तरह हास्यास्पद” बताया।
आज राहुल गांधी और INDIA ब्लॉक के सांसद मतदाता सूची में गड़बड़ी के खिलाफ चुनाव आयोग की ओर मार्च कर रहे थे, तभी पुलिस ने उन्हें रोककर गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तारी से पहले राहुल गांधी ने कहा:
“यह लड़ाई राजनीतिक नहीं है; यह संविधान बचाने की लड़ाई है। यह एक व्यक्ति, एक वोट की लड़ाई है।”
राहुल गांधी की यह मुहिम अब राष्ट्रीय बहस का विषय बन चुकी है, और आने वाले दिनों में इस पर राजनीतिक और कानूनी दोनों स्तरों पर टकराव बढ़ने की संभावना है।