प्रेस कर्मचारी संघ कोरबा के संरक्षक और जाने-माने सामाजिक कार्यकर्ता विनोद सिन्हा के असामयिक निधन से जिले भर में शोक की लहर फैल गई है। बताया गया है कि उन्हें आज शाम अचानक सांस लेने में तकलीफ होने लगी, जिसके बाद परिजन उन्हें अस्पताल लेकर गए जहाँ दुर्भाग्यवश, उन्होंने अंतिम सांस ली।
विनोद सिन्हा वर्षों से प्रेस कर्मचारियों और पेपर विक्रेताओं के हक में संघर्षरत थे। वे न केवल प्रेस कर्मचारी संघ के मजबूत स्तंभ थे, बल्कि सामाजिक कार्यों में भी सक्रिय भूमिका निभाते रहे। उनके निधन से पत्रकारिता और सामाजिक क्षेत्र को अपूरणीय क्षति हुई है।
संघ के सदस्यों और पदाधिकारियों ने गहरा शोक व्यक्त किया है।
उनके निधन की सूचना मिलते ही कई सामाजिक संगठनों, पत्रकारों और शुभचिंतकों ने उनके निवास पहुंचकर श्रद्धांजलि अर्पित की और परिजनों को ढांढस बंधाया।