छत्तीसगढ़ की एसीबी (भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो) बिलासपुर इकाई ने कोरबा जिले के ग्राम बेला में एक शिक्षक को ₹2 लाख रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। यह कार्रवाई जिले के शिक्षा विभाग में सनसनी मचा रही है।
आरोप का सार
आरोपी शिक्षक: विनोद कुमार सांडे, माध्यमिक विद्यालय बेला में पदस्थ, समग्र शिक्षक फेडरेशन कोरबा के जिला अध्यक्ष ।
शिकायतकर्ता: रामायण पटेल, जो प्राथमिक विद्यालय केसला में प्रधानपाठक है; उनकी पत्नी गरिमा चौहान भी शिक्षक हैं ।
रिश्वत का कारण: पत्नी का ट्रांसफर बहुत दूर के स्कूल में दिख रहा था। शिक्षक ने यह बताया कि उसके अच्छे संबंध हैं और ट्रांसफर को पास के ओमपुर स्कूल में कराया जा सकता है — इसके एवज में ₹2 लाख की मांग की गई ।
गिरफ्तारी की प्रक्रिया
- शिकायतकर्ता ने 9 जुलाई 2025 को ACB, बिलासपुर में शिकायत दर्ज कराई ।
2. जांच के बाद ACB ने ट्रैप लगाकर आरोपी को प्रभारी घर “कोरबा निहारिका निवास” में ₹2 लाख लेते रंगे हाथों पकड़ा — गिरफ्तार 17 जुलाई 2025 को किया गया ।
3. आरोपी पर भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम, 1988 की धारा 7 के तहत मामला दर्ज हुआ, और उसे न्यायालय में पेश कर जमानतमुक्त जेल भेजा गया ।
एसीबी का कहना और शिक्षा विभाग की प्रतिक्रिया
- एसीबी द्वारा कहा गया कि शिकायत को सत्यापित करने के बाद प्रोफेशनल चालाकी से ट्रैप लगाकर कार्रवाई की गई ।
- घटना के बाद शिक्षा विभाग में व्यापक हड़कंप मचा हुआ है और विभागीय शीर्ष अधिकारियों द्वारा इसका संज्ञान लिया गया है ।
🔍 अगली कार्रवाई के लिए अहम बिंदु
- एसीबी जल्द ही आरोपी से और पूछताछ करेगी, साथ ही उसके विद्यालय, कार्यालय, और घर की तलाशी में संचयी दस्तावेज, कंप्यूटेशन या अन्य सबूत तलाशने की कार्रवाई जारी रखेगी ।
- शिक्षा विभाग संभावित अन्य जुड़ावों की जांच कर रहा है — यह स्पष्ट करना भी आवश्यक है कि क्या ऐसे और शिक्षक भी ट्रांसफर के नाम पर रिश्वत ले रहे हैं या शिक्षकों की भर्ती में अवैध साधन अपना रहे हैं।