डॉ. एबी फिलिप्स, जो कि एक प्रसिद्ध लीवर विशेषज्ञ हैं, ने हाल ही में सोशल मीडिया पर एक गंभीर चेतावनी दी है। उन्होंने अपने एक मरीज का उदाहरण साझा किया — एक युवा, स्वस्थ और फिट युवक — जिसका लीवर अचानक खराब हो गया, और वह भी सिर्फ इसलिए क्योंकि उसने फिटनेस इंफ्लुएंसर्स की बातों में आकर सप्लीमेंट्स का इस्तेमाल शुरू कर दिया था।
मामला क्या था?
यह युवक शराब नहीं पीता था, उसके परिवार में भी लीवर की बीमारी का कोई इतिहास नहीं था। फिर भी, जब उसके लीवर फंक्शन टेस्ट किए गए तो उसके AST 686 और ALT 584 निकले — जो सामान्य से कई गुना ज्यादा थे।
उसके लक्षण?
- भूख कम हो गई थी
- पीलिया नहीं था, लेकिन शरीर कमजोर महसूस कर रहा था
वजह क्या थी?
यह युवक फिटनेस के प्रति जागरूक था और सोशल मीडिया पर फिटनेस से जुड़े वीडियो देखने लगा। वहां मौजूद स्वयंभू स्वास्थ्य विशेषज्ञों और इंफ्लुएंसर्स ने उसे यह महसूस करा दिया कि अगर वह असली में ‘फिट’ बनना चाहता है तो उसे “सप्लीमेंट स्टैक” की जरूरत है।
एक महीने के अंदर ही उसके लीवर के सभी टेस्ट बिगड़ गए।
Dr. Aby Philips का सीधा संदेश —
“हर सोशल मीडिया हेल्थ इंफ्लुएंसर आपको कुछ न कुछ बेचने की कोशिश कर रहा है।”
आपको इनकी जरूरत नहीं है:
- अश्वगंधा से रिकवरी नहीं बढ़ती
- हल्दी कैप्सूल से इम्युनिटी नहीं बढ़ती
- शिलाजीत से टेस्टोस्टेरोन में कोई फर्क नहीं आता
- ग्रीन टी एक्सट्रैक्ट से एंटीऑक्सीडेशन कोई मायने नहीं रखता
- विटामिन C सप्लीमेंट से इन्फेक्शन नहीं रुकते
- मैग्नीशियम से वो सब नहीं होता जो वे बताते हैं
- फैट बर्नर से आप स्लिम नहीं होते
- और वो डरावने प्री-वर्कआउट सप्लीमेंट्स तो बिल्कुल नहीं चाहिए
वास्तविक खतरा
आजकल हर्बल और डाइटरी सप्लीमेंट्स
- लीवर को नुकसान पहुंचाने वाले सबसे बड़े कारण बनते जा रहे हैं
- लीवर फेल्योर और
- लीवर ट्रांसप्लांट तक की नौबत इन्हीं से आ रही है
कोई भी सोशल मीडिया इंफ्लुएंसर आपको कमतर महसूस कराना चाहता है ताकि आप उनका प्रचारित उत्पाद खरीदें।आप वैसे ही बिल्कुल ठीक हैं। आपको इन बेकार के सप्लीमेंट्स की कोई जरूरत नहीं।स्वस्थ रहने के लिए संतुलित आहार, पर्याप्त नींद और नियमित व्यायाम ही काफी है।