भारत के वर्तमान मुख्य न्यायाधीश (CJI) न्यायमूर्ति संजीव खन्ना ने आज केंद्र सरकार को न्यायमूर्ति बी.आर. गवई को देश के 52वें मुख्य न्यायाधीश के रूप में नियुक्त करने की आधिकारिक सिफारिश भेजी है। यह परंपरा के अनुरूप है, जिसके तहत निवर्तमान मुख्य न्यायाधीश अपने उत्तराधिकारी के नाम की सिफारिश करते हैं।
न्यायमूर्ति गवई के मुख्य न्यायाधीश बनने पर वह भारत के सर्वोच्च न्यायालय में इस पद पर आसीन होने वाले दूसरे अनुसूचित जाति (SC) समुदाय से आने वाले न्यायाधीश होंगे। इससे पहले न्यायमूर्ति के.जी. बालाकृष्णन ने 2007 से 2010 तक CJI के रूप में सेवा दी थी।
न्यायमूर्ति संजीव खन्ना का कार्यकाल
न्यायमूर्ति संजीव खन्ना ने 10 नवंबर 2024 को भारत के 51वें मुख्य न्यायाधीश के रूप में पदभार संभाला था। वे 13 मई 2025 को सेवानिवृत्त होंगे। उनका कार्यकाल लगभग 7 महीने का रहा है। उन्हें 18 जनवरी 2019 को दिल्ली उच्च न्यायालय से सुप्रीम कोर्ट में पदोन्नत किया गया था।
न्यायमूर्ति बी.आर. गवई का कार्यकाल
यदि केंद्र सरकार की मंजूरी मिलती है, तो न्यायमूर्ति गवई 13 मई 2025 को भारत के 52वें मुख्य न्यायाधीश का पदभार संभालेंगे। उनका कार्यकाल 23 नवंबर 2025 तक रहेगा।