धमतरी जिले में पुलिस हिरासत में एक युवक की संदिग्ध मौत के बाद स्थानीय लोगों और परिजनों में आक्रोश फैल गया है। आरोप है कि पुलिस ने युवक को जंजीरों से पीट-पीटकर उसकी जान ले ली। घटना के विरोध में आक्रोशित परिजनों और स्थानीय निवासियों ने संबंधित थाने का घेराव किया और न्याय की मांग की।
पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने इस घटना पर गहरा दुख व्यक्त करते हुए कहा, “धमतरी उबल रहा है… पुलिस कस्टडी में एक व्यक्ति की मौत की ख़बर आ रही है। मुख्यमंत्री से अनुरोध है कि इस मामले की उच्च स्तरीय जांच हो और गृहमंत्री कवर्धा की घटना की तरह लीपापोती न करें।”
मृतक की पत्नी का कहना है कि उनके पति को पुलिस ने गिरफ्तार किया था, लेकिन उन्हें इसकी कोई सूचना नहीं दी गई। उनका आरोप है कि उनके पति को सांकल (जंजीर) से पीटा गया, जिससे उनकी मौत हो गई।
इस घटना ने राज्य में पुलिस हिरासत में हो रही मौतों पर एक बार फिर से सवाल खड़े कर दिए हैं। हाल ही में कबीरधाम जिले में भी एक व्यक्ति की न्यायिक हिरासत में मौत हुई थी, जिसके बाद राजनीतिक भूचाल मच गया था और अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक को निलंबित कर दिया गया था。
वर्तमान में, धमतरी की इस घटना की जांच के लिए उच्च स्तरीय समिति गठित करने की मांग उठ रही है। स्थानीय प्रशासन ने आश्वासन दिया है कि मामले की निष्पक्ष जांच की जाएगी और दोषियों पर सख्त कार्रवाई होगी।