उत्तर प्रदेश के संभल जिले में पुलिस ने तंत्र-मंत्र के नाम पर महिलाओं और युवतियों के यौन शोषण और ठगी करने वाले एक अंतरराज्यीय गिरोह का पर्दाफाश किया है। इस गिरोह के 14 सदस्यों को गिरफ्तार किया गया है, जो पिछले सात से आठ वर्षों से सक्रिय थे और भोले-भाले लोगों को धन की बारिश कराने का झांसा देकर अपनी बेटियों और महिलाओं का शोषण करते थे। 

मामले का खुलासा:

21 मार्च को राजपाल नामक व्यक्ति ने धनारी थाना पुलिस को सूचना दी कि उसे कुछ लोगों ने तंत्र क्रिया के बहाने अगवा कर जान से मारने की कोशिश की। राजपाल की शिकायत के आधार पर पुलिस ने अपहरण और हत्या के प्रयास का मामला दर्ज किया और जांच के दौरान इस गिरोह का भंडाफोड़ हुआ। 

गिरोह की कार्यप्रणाली:

यह गिरोह तंत्र-मंत्र के जरिए लोगों को यह विश्वास दिलाता था कि वे 5 से 35 करोड़ रुपये तक की धन वर्षा कर सकते हैं। लोगों को नकदी से भरे कमरों के फर्जी वीडियो दिखाकर उन्हें लालच दिया जाता था। अंधविश्वासी लोग इनके झांसे में आकर अपनी बेटियों को भी इन तांत्रिकों के पास भेज देते थे, या फिर महिलाएं स्वयं लालच में आकर इनके जाल में फंस जाती थीं। 

कोड वर्ड्स का इस्तेमाल:

गिरोह के सदस्य अपने काम में कोड वर्ड्स का उपयोग करते थे। लड़कियों को ‘आर्टिकल’ या ‘समान’ कहा जाता था, जबकि गिरोह के सदस्यों को ‘मीडिया’ और तांत्रिकों को ‘कारीगर’ के रूप में संबोधित किया जाता था। यह कोड वर्ड्स उनके आपराधिक गतिविधियों को छुपाने में मदद करते थे। 

सबूत और बरामदगी:

पुलिस ने आरोपियों के मोबाइल फोन से सैकड़ों वीडियो और तस्वीरें बरामद की हैं, जिनमें पीड़ितों की जानकारी के साथ-साथ तांत्रिक क्रियाओं के दृश्य हैं। इसके अलावा, तंत्र सामग्री, दुर्लभ वन्य जीव जैसे कछुआ और हथियार भी बरामद किए गए हैं। 

संभल के पुलिस अधीक्षक कृष्ण कुमार बिश्नोई ने बताया कि इस गिरोह के 14 सदस्यों को गिरफ्तार किया गया है, जो आगरा, एटा, बुलंदशहर, संभल और फिरोजाबाद जैसे विभिन्न जिलों से हैं। उन पर भारतीय दंड संहिता की विभिन्न धाराओं, आईटी एक्ट और वन्यजीव संरक्षण अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है। 

यह मामला समाज में व्याप्त अंधविश्वास और लालच के कारण होने वाले अपराधों की गंभीरता को दर्शाता है। पुलिस की तत्परता और सतर्कता से इस गिरोह का पर्दाफाश हुआ, जिससे कई निर्दोष लोगों को शोषण से बचाया जा सका।

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