पूर्व छत्तीसगढ़ मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) द्वारा उनके निवास पर की गई छापेमारी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की आगामी राज्य यात्रा से जोड़ा है। बघेल ने आरोप लगाया कि ये छापे प्रधानमंत्री के 30 मार्च को छत्तीसगढ़ आगमन से पहले उनके भाषण के लिए “सामग्री” तैयार करने के उद्देश्य से किए गए हैं।
बघेल ने कहा, “CBI घर से चली गई है। प्रधानमंत्री जी का आगामी 30 तारीख को छत्तीसगढ़ में आगमन हो रहा है। इसलिए इन रेड के जरिए प्रधानमंत्री जी के भाषण का ‘कंटेंट’ तैयार किया जा रहा है।”
उन्होंने आगे कहा कि यह कार्रवाई राजनीतिक प्रतिशोध का हिस्सा है और केंद्र सरकार द्वारा विपक्षी नेताओं को निशाना बनाने की रणनीति का हिस्सा है। बघेल ने यह भी उल्लेख किया कि इन छापों का समय संयोगवश नहीं है, बल्कि इसे प्रधानमंत्री की यात्रा से पहले उनकी छवि खराब करने के लिए योजनाबद्ध तरीके से किया गया है।
कांग्रेस पार्टी ने भी इन छापों की निंदा की है और इसे भारतीय जनता पार्टी (BJP) द्वारा राजनीतिक विरोधियों को दबाने का प्रयास बताया है। कांग्रेस नेताओं का कहना है कि इस तरह की कार्रवाइयों से सरकार की असुरक्षा और तानाशाही प्रवृत्ति का पता चलता है।
CBI ने बुधवार को महादेव ऑनलाइन सट्टेबाजी घोटाले के सिलसिले में छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, पश्चिम बंगाल और दिल्ली में लगभग 60 स्थानों पर छापेमारी की। इन छापों में पूर्व छत्तीसगढ़ मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, वरिष्ठ नौकरशाहों, पुलिस अधिकारियों और कांग्रेस नेताओं के परिसरों को शामिल किया गया।
CBI अधिकारियों के अनुसार, यह कार्रवाई महादेव ऑनलाइन सट्टेबाजी एप्लिकेशन से जुड़े ₹6,000 करोड़ के घोटाले की जांच के तहत की गई। यह एप्लिकेशन कथित तौर पर पोकर, क्रिकेट, टेनिस, फुटबॉल और भारत में चुनावों पर अवैध सट्टेबाजी की सुविधा प्रदान करता था।
इससे पहले, प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने भी 10 मार्च को भूपेश बघेल के भिलाई स्थित आवास पर मनी लॉन्ड्रिंग के आरोपों के तहत छापेमारी की थी।
महादेव ऑनलाइन सट्टेबाजी एप्लिकेशन के प्रमोटर रवि उप्पल और सौरभ चंद्राकर वर्तमान में दुबई में स्थित हैं और उन पर इस अवैध सट्टेबाजी नेटवर्क के संचालन का आरोप है।