उत्तर प्रदेश में गोकशी के खिलाफ प्रदर्शन के नाम पर एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जिसमें हिंदू योद्धा परिवार के संस्थापक विष सिंह कंबोज ने चार गायों के कंकाल (सिर) अंबाला हाईवे पर रखकर हंगामा किया। पुलिस जांच में खुलासा हुआ है कि यह प्रदर्शन एक साजिश का हिस्सा था, जिसमें विष सिंह ने अपने मित्र टिपू कुरैशी से 50,000 रुपये लेकर यह नकली विरोध प्रदर्शन किया। टिपू कुरैशी की मंशा थी कि वह अपने एक परिचित को गोकशी के मामले में फंसाए। वर्तमान में विष सिंह पुलिस हिरासत में हैं, जबकि टिपू कुरैशी की तलाश जारी है ।
पिछले सप्ताह, विष सिंह कंबोज ने अंबाला हाईवे पर चार गायों के सिर रखकर गोकशी के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन किया। इस घटना से स्थानीय समुदाय में तनाव फैल गया और पुलिस को स्थिति संभालने के लिए तत्काल हस्तक्षेप करना पड़ा।
पुलिस जांच और खुलासा
पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए विष सिंह को हिरासत में लेकर पूछताछ की। पूछताछ के दौरान यह सामने आया कि यह पूरा प्रदर्शन एक पूर्वनियोजित साजिश थी। विष सिंह ने स्वीकार किया कि उन्होंने टिपू कुरैशी से 50,000 रुपये लेकर यह नकली विरोध प्रदर्शन किया, ताकि टिपू अपने एक परिचित को गोकशी के झूठे मामले में फंसा सके।
विष सिंह कंबोज को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है और उनके खिलाफ कानूनी कार्यवाही जारी है। दूसरी ओर, टिपू कुरैशी फरार है और पुलिस उसकी तलाश में जुटी हुई है। पुलिस ने जनता से अपील की है कि यदि किसी को टिपू कुरैशी के बारे में कोई जानकारी हो, तो वे तुरंत पुलिस को सूचित करें।
इस घटना ने स्थानीय समुदाय में आक्रोश और चिंता पैदा कर दी है। लोगों का कहना है कि ऐसे नकली प्रदर्शनों से समाज में अनावश्यक तनाव और विभाजन पैदा होता है। उन्होंने प्रशासन से मांग की है कि दोषियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाए, ताकि भविष्य में इस प्रकार की घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।
यह घटना समाज में आपसी विश्वास और सौहार्द को ठेस पहुंचाने का एक उदाहरण है। ऐसी साजिशें न केवल कानून व्यवस्था के लिए चुनौती हैं, बल्कि सामाजिक ताने-बाने को भी नुकसान पहुंचाती हैं। आवश्यक है कि प्रशासन त्वरित और निष्पक्ष कार्रवाई करे, ताकि समाज में शांति और सद्भाव बना रहे।