लोक सभा में विपक्ष के नेता और कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री की अध्यक्षता वाली समिति द्वारा अगले मुख्य चुनाव आयुक्त (CEC) के चयन के दौरान असहमति व्यक्त की है। उन्होंने एक अपत्ति पत्र प्रस्तुत करते हुए कांग्रेस पार्टी की आपत्तियों के बावजूद चयन प्रक्रिया को आगे बढ़ाने पर सवाल उठाया है। कांग्रेस का तर्क है कि सुप्रीम कोर्ट में नई नियुक्ति प्रक्रिया को चुनौती देने वाली याचिकाओं पर निर्णय आने तक इस प्रक्रिया को स्थगित किया जाना चाहिए।

राहुल गांधी के अपत्ति पत्र में चुनाव आयोग की स्वतंत्रता और निष्पक्षता सुनिश्चित करने की आवश्यकता पर जोर दिया गया है, जो भारत की लोकतांत्रिक प्रक्रिया की अखंडता के लिए महत्वपूर्ण है।

ग्यानेश कुमार बने भारत के 26वें मुख्य चुनाव आयुक्त

ग्यानेश कुमार को सोमवार को भारत का 26वां मुख्य चुनाव आयुक्त नियुक्त किया गया है। वर्तमान मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार का कार्यकाल 18 फरवरी को समाप्त हो रहा है।

केरल कैडर के पूर्व आईएएस अधिकारी ग्यानेश कुमार की नियुक्ति प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता वाली समिति ने की। इस समिति में केंद्रीय कानून मंत्री अर्जुन राम मेघवाल, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी शामिल थे।

ग्यानेश कुमार 1988 बैच के आईएएस अधिकारी हैं और उन्होंने पहले संसदीय कार्य मंत्रालय में सचिव के रूप में सेवाएं दी हैं।

 

इससे पहले भी, राहुल गांधी और कांग्रेस पार्टी ने चुनाव आयोग के कार्यों पर सवाल उठाए हैं। उदाहरण के लिए, अक्टूबर 2024 में हरियाणा चुनाव परिणामों को “अप्रत्याशित” बताते हुए राहुल गांधी ने कहा था कि कांग्रेस इन नतीजों का विश्लेषण करेगी और चुनाव आयोग को विभिन्न शिकायतों से अवगत कराएगी।

मुख्य चुनाव आयुक्त की नियुक्ति प्रक्रिया पर कांग्रेस की आपत्तियों और राहुल गांधी के अपत्ति पत्र ने राजनीतिक हलकों में बहस को फिर से जीवित कर दिया है, जिसमें चुनाव आयोग की स्वतंत्रता और निष्पक्षता पर जोर दिया जा रहा है।

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