विपक्ष ने भारतीयों के प्रत्यारोपण के दौरान अमेरिका द्वारा किये गये अमानवीय व्यवहार के मुद्दे को लेकर संसद का घेराव किया
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने अमेरिका से निर्वासित किए जा रहे भारतीयों के साथ हो रहे अमानवीय व्यवहार पर गहरी चिंता व्यक्त की है। उन्होंने एक ट्वीट में हरविंदर सिंह नामक व्यक्ति के अनुभव को साझा करते हुए लिखा, “प्रधानमंत्री, इस व्यक्ति के दर्द को सुनें। भारतीयों को गरिमा और मानवता चाहिए, हथकड़ी नहीं।”
अमेरिका से निर्वासित 104 भारतीय नागरिकों को लेकर 5 फरवरी 2025 को एक अमेरिकी सैन्य विमान भारत पहुंचा। यह पहली बार है जब अमेरिका ने भारत में निर्वासन के लिए सैन्य विमान का उपयोग किया है।
ये सभी भारतीय अमृतसर, पंजाब पहुंचे और रिपोर्ट्स के मुताबिक, उन्हें उड़ान के दौरान हथकड़ियों में रखा गया था। इस कथित अमानवीय व्यवहार को लेकर भारत की संसद में विपक्षी नेताओं ने कड़ा विरोध दर्ज कराया।
यह निर्वासन ऐसे समय में हुआ जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अमेरिका यात्रा प्रस्तावित है। भारत और अमेरिका के बीच प्रवासन (Migration) एक प्रमुख मुद्दा रहा है। अमेरिका अवैध प्रवास को नियंत्रित करना चाहता है, जबकि भारत अपने नागरिकों के साथ उचित व्यवहार की मांग कर रहा है।
रिपोर्ट्स के अनुसार, अमेरिका में अवैध रूप से रह रहे भारतीयों के निर्वासन में हाल ही में वृद्धि हुई है। वित्तीय वर्ष 2024 में, अमेरिका ने 1,529 भारतीयों को निर्वासित किया है, जो पिछले वर्षों की तुलना में एक महत्वपूर्ण वृद्धि है।
अमेरिकी आव्रजन और सीमा शुल्क प्रवर्तन (ICE) के आंकड़ों के मुताबिक, 2024 में हर 6 घंटे में एक भारतीय को अमेरिका से निर्वासित किया गया। इसके अलावा, लगभग 18,000 भारतीयों को निर्वासन के लिए चिन्हित किया गया है, जिनके पास पूर्ण दस्तावेज नहीं हैं।यह भारत और अमेरिका के बीच अवैध प्रवासन को लेकर बढ़ती चुनौतियों को दर्शाता है।
राहुल गांधी ने अपने ट्वीट के माध्यम से सरकार से अपील की है कि वह इन घटनाओं पर ध्यान दें और सुनिश्चित करें कि भारतीय नागरिकों के साथ गरिमापूर्ण और मानवीय व्यवहार हो। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि भारतीयों को सम्मान और मानवता के साथ व्यवहार किया जाना चाहिए, न कि उन्हें हथकड़ियों में जकड़ा जाना ।