छत्तीसगढ़ के अचानकमार टाइगर रिजर्व में एक बाघ का शव मिलने से राज्य में वन्यजीव संरक्षण की स्थिति पर गंभीर चिंताएं उत्पन्न हो गई हैं। लमनी रेंज के पास यह शव दो दिन पुराना बताया जा रहा है, लेकिन वन विभाग के अधिकारियों को इसकी जानकारी आज ही मिली है।
बाघों की घटती संख्या:
छत्तीसगढ़ में बाघों की संख्या में लगातार गिरावट देखी जा रही है। 2014 में नेशनल टाइगर कंजर्वेशन अथॉरिटी के अनुसार, राज्य में 46 बाघ थे, जो 2018 में घटकर केवल 19 रह गए। 2022 के टाइगर सेंसस के अनुसार, अचानकमार रिजर्व में बाघों की संख्या केवल 5 थी। हालांकि, 2024 में हुई नई गणना के अनुसार, यह संख्या बढ़कर 10 हो गई थी, जिसमें 3 बाघ और 7 बाघिन शामिल थे।
वन्यजीवों की सुरक्षा पर सवाल:
बाघों के अलावा, राज्य में हाथी, तेंदुआ और वन भैंसा जैसे अन्य वन्यजीवों की मौत के मामले भी सामने आ रहे हैं, जिससे वन्यजीव संरक्षण की स्थिति पर सवाल उठ रहे हैं।
छत्तीसगढ़ सरकार ने वन्यजीवों के संरक्षण के लिए कई नीतियां बनाई हैं, लेकिन इन घटनाओं से उनकी प्रभावशीलता पर प्रश्नचिह्न लग गया है।
इन घटनाओं के मद्देनजर, वन्यजीव संरक्षण के लिए और अधिक सख्त कदम उठाने की आवश्यकता है, ताकि राज्य की समृद्ध जैव विविधता को संरक्षित किया जा सके।