छत्तीसगढ़ में पत्रकार मुकेश चंद्राकर की हत्या के मामले में पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने भाजपा सरकार पर सवाल खड़े किए हैं। उन्होंने कहा कि सरकार का रवैया पत्रकार के परिवार के प्रति संवेदनहीन है।
भूपेश बघेल ने कहा, “स्व. मुकेश चंद्राकर की मौत के बाद सरकार ने अब तक उनके परिवार के लिए किसी भी प्रकार की सहायता राशि, नौकरी या अन्य मदद की घोषणा नहीं की है। यह बेहद दुखद और गलत है। सरकार को इस मामले में संवेदनशीलता दिखानी चाहिए।”
पूर्व मुख्यमंत्री ने ठेकेदार सुरेश चंद्राकर की संदिग्ध भूमिका को लेकर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा, “आरोप है कि ठेकेदार सुरेश चंद्राकर 15 दिन पहले मुख्यमंत्री निवास आया था। क्या सरकार यह स्पष्ट करेगी कि वह आया था या नहीं? क्या मुख्यमंत्री निवास के पिछले 15 दिन के सीसीटीवी फुटेज और आगंतुक सूची सार्वजनिक की जाएगी?”
भूपेश बघेल ने यह भी मांग की कि ये सभी बिंदु एसआईटी (विशेष जांच दल) की जांच का हिस्सा बनाए जाएं। उन्होंने कहा कि निष्पक्ष जांच के लिए सरकार को जनता के सामने पूरी जानकारी रखनी चाहिए।
पत्रकार की मौत और सरकार के रवैये को लेकर विपक्ष ने इसे बड़ा मुद्दा बना दिया है। अब देखना होगा कि सरकार इस मामले में क्या कदम उठाती है।