छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले के कुटरू क्षेत्र में माओवादियों द्वारा सुरक्षा बलों के वाहन पर किए गए आईईडी विस्फोट में 8 डीआरजी (डिस्ट्रिक्ट रिजर्व गार्ड) जवान और एक वाहन चालक शहीद हो गए हैं।
यह हमला तब हुआ जब जवान एक संयुक्त ऑपरेशन से लौट रहे थे। विस्फोट की तीव्रता इतनी अधिक थी कि वाहन के टुकड़े पेड़ों पर जा फंसे और जमीन में गहरा गड्ढा बन गया।
इस दुखद घटना पर छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा, “हम सब शहीदों को अपनी विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं और उनकी शहादत को कोटि-कोटि सलाम करते हैं। लोकतंत्र विरोधी ताकतों के खिलाफ हम सब एकजुट हैं।”
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने भी इस हमले की निंदा करते हुए कहा, “छत्तीसगढ़ के बीजापुर में हुए कायरतापूर्ण नक्सली हमले में हमारे कई जवानों और वाहन चालक के शहादत की ख़बर सुनकर बेहद दुख हुआ। शहीदों को भावपूर्ण श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं और घायल जवानों के जल्द से जल्द स्वस्थ होने की आशा करता हूं। इस कठिन समय में मेरी संवेदनाएं शोक संतप्त परिजनों के साथ हैं। आतंक और हिंसा के ख़िलाफ़ पूरा देश एकजुट है। जवानों की शहादत में वृद्धि के कारण राष्ट्रीय सुरक्षा को मेंटेन रखने की सरकार की क्षमता को लेकर गंभीर सवाल खड़े होते हैं।”
इस हमले के बाद राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) की टीम ने घटनास्थल पर पहुंचकर जांच शुरू कर दी है।
शहीद जवानों के नाम इस प्रकार हैं: कोरसा बुधराम, सोमडू वेंटिल, दुम्मा मड़काम, बमन सोढ़ी, हरीश कोर्राम, पण्डरू पोयम, सुदर्शन वेटी और सुभरनाथ यादव। ड्राइवर का नाम अभी पता नहीं चल पाया है।
इस हमले की निंदा करते हुए उपमुख्यमंत्री ने इसे कायराना हरकत बताया है और कहा है कि नक्सलियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
इस घटना ने एक बार फिर से क्षेत्र में नक्सली हिंसा की गंभीरता को उजागर किया है, जिससे सुरक्षा बलों की चुनौतियां बढ़ गई हैं।