गुजरात के बीज़ेड फाइनेंशियल सर्विसेज़ और बीज़ेड ग्रुप के सीईओ भूपेंद्रसिंह झाला को क्राइम इन्वेस्टिगेशन डिपार्टमेंट (CID) ने 6000 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी के आरोप में गिरफ्तार किया है। CID ने गांधीनगर, अरावली, साबरकांठा, महेसाणा और वडोदरा में कंपनी के दफ्तरों पर छापेमारी की, जिसमें महत्वपूर्ण दस्तावेज़, लैपटॉप, मोबाइल, चेकबुक, सर्टिफिकेट और करीब 20 लाख रुपये की नकदी बरामद की गई।
बीज़ेड ग्रुप पर आरोप है कि उन्होंने निवेशकों को 3% से 30% तक मासिक ब्याज का लालच देकर उनकी बड़ी रकम हड़प ली। कंपनी ने 5 लाख रुपये के निवेश पर मोबाइल फोन और टीवी जैसे गिफ्ट्स, और 10 लाख रुपये के निवेश पर गोवा ट्रिप का ऑफर दिया था, जिससे कई लोग धोखाधड़ी का शिकार बने।
CID की जांच में यह भी सामने आया है कि भूपेंद्रसिंह झाला ने अपने व्यापार का विस्तार गुजरात के अलावा राजस्थान और दुबई तक किया था। उनके पास महंगी कारों का काफिला, 10 एकड़ जमीन, और कई महंगे फ्लैट्स हैं। इसके अलावा, उनके नाम पर 9 और उनके पिता के नाम पर 3 बैंक खाते हैं, जिनमें संदिग्ध लेनदेन हुए हैं।
भूपेंद्रसिंह झाला का नाम राजनीति में भी सुर्खियों में रहा है। 2019 के लोकसभा चुनावों में उन्होंने साबरकांठा सीट से निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में पर्चा भरा था, लेकिन बाद में अपनी उम्मीदवारी वापस ले ली और भारतीय जनता पार्टी (BJP) से जुड़ गए।
CID की इस कार्रवाई के बाद निवेशकों में हड़कंप मच गया है, और वे अपनी रकम वापस पाने की उम्मीद कर रहे हैं। वहीं, CID ने जनता से अपील की है कि वे ऐसे किसी भी आकर्षक निवेश प्रस्ताव से सावधान रहें और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तुरंत पुलिस को दें।
इस मामले की जांच जारी है, और उम्मीद है कि आने वाले दिनों में और भी खुलासे होंगे।