गुवाहाटी और लखनऊ में आज हुए विरोध प्रदर्शन के दौरान कांग्रेस के दो कार्यकर्ताओं, मृदुल इस्लाम जी और प्रभात पांडेय जी की दुखद मौत से देश भर में शोक की लहर दौड़ गई है।
कांग्रेस पार्टी ने इन घटनाओं के लिए बीजेपी सरकार को जिम्मेदार ठहराते हुए इसे “दमनकारी मानसिकता” और “लोकतांत्रिक मूल्यों के प्रति घोर असंवेदनशीलता” करार दिया है। पार्टी ने इन मौतों को “पुलिस बर्बरता” का परिणाम बताया और कहा कि शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन को दबाने के लिए बीजेपी सरकार हिंसा का सहारा ले रही है।
कांग्रेस महासचिव के सी वेणुगोपाल ने एक बयान में कहा, “बीजेपी सरकार के क्रूर शासन ने एक बार फिर यह साबित कर दिया है कि वह लोकतंत्र में असहमति को बर्दाश्त नहीं कर सकती। शांतिपूर्ण प्रदर्शनकारियों पर हिंसा करना और निर्दोष जानें लेना पूरी तरह से निंदनीय और अस्वीकार्य है।”
कांग्रेस ने इन घटनाओं की स्वतंत्र जांच और जिम्मेदार अधिकारियों पर कार्रवाई की मांग की है। पार्टी ने यह भी स्पष्ट किया कि वे मृदुल इस्लाम और प्रभात पांडेय के परिवारों के साथ खड़े हैं और न्याय के लिए लड़ाई जारी रखेंगे।
कांग्रेस ने दोनों दिवंगत कार्यकर्ताओं को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा, “उनकी यह कुर्बानी कांग्रेस के आदर्शों के लिए कभी व्यर्थ नहीं जाएगी। पूरा कांग्रेस परिवार इस दुख की घड़ी में उनके परिवारों के साथ है।”
पार्टी ने यह भी आरोप लगाया कि बीजेपी सरकार शांतिपूर्ण लोकतांत्रिक अधिकारों को कुचलने के लिए पुलिस बल का दुरुपयोग कर रही है, जो लोकतंत्र के लिए बेहद खतरनाक है।
इन घटनाओं ने राजनीतिक माहौल को गर्मा दिया है और सरकार पर जवाबदेही का दबाव बढ़ा दिया है। विपक्ष ने इसे लोकतांत्रिक स्वतंत्रता पर हमला बताते हुए बीजेपी सरकार की तीखी आलोचना की है।