अमेरिकी दूतावास ने भी बीजेपी के आरोपों को “निराशाजनक” बताया
हाल ही में, फ्रेंच मीडिया संगठन मिडियापार्ट ने भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) पर उसके द्वारा प्रकाशित रिपोर्ट को तोड़-मरोड़ कर पेश करने का आरोप लगाया है। मिडियापार्ट ने कहा कि उनकी रिपोर्ट को बीजेपी ने “षड्यंत्र के सिद्धांत” के प्रचार के लिए इस्तेमाल किया, जिसमें अमेरिकी सरकार, जॉर्ज सोरोस और कांग्रेस पार्टी को जोड़ते हुए भारत के खिलाफ षड्यंत्र की बात कही गई थी।
मिडियापार्ट की रिपोर्ट ऑर्गनाइज्ड क्राइम एंड करप्शन रिपोर्टिंग प्रोजेक्ट (OCCRP) के बारे में थी, जिसमें बताया गया कि OCCRP को कुछ अमेरिकी एजेंसियों और जॉर्ज सोरोस की ओपन सोसाइटी फाउंडेशन से फंडिंग मिली। बीजेपी ने इस रिपोर्ट को आधार बनाते हुए आरोप लगाया कि अमेरिकी सरकार और सोरोस भारत में अस्थिरता फैलाने की कोशिश कर रहे हैं। हालांकि, मिडियापार्ट ने साफ किया कि उनकी रिपोर्ट में ऐसा कोई दावा नहीं किया गया था और बीजेपी ने इसे गलत तरीके से प्रचारित किया ।
मिडियापार्ट ने इस घटना पर नाराजगी जताते हुए कहा कि उनकी रिपोर्ट को “राजनीतिक एजेंडे” के लिए इस्तेमाल करना प्रेस स्वतंत्रता पर हमला है। इसके अलावा, OCCRP ने भी बीजेपी के आरोपों को खारिज किया और कहा कि उनकी रिपोर्टिंग पर कोई बाहरी प्रभाव नहीं है ।
इस प्रकरण ने भारत में मीडिया, राजनीति और अंतरराष्ट्रीय संबंधों पर बहस को जन्म दिया है। कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने आरोप लगाया कि बीजेपी यह विवाद अपने करीबी उद्योगपतियों को बचाने के लिए खड़ा कर रही है। दूसरी ओर, अमेरिकी दूतावास ने भी बीजेपी के आरोपों को “निराशाजनक” बताया है, जो भारत-अमेरिका संबंधों पर असर डाल सकते हैं ।अमेरिका ने भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के उस आरोप को खारिज कर दिया है, जिसमें कहा गया था कि अमेरिकी विदेश विभाग भारत सरकार को बदनाम करने की कोशिश कर रहा है। अमेरिका ने भारत के साथ मजबूत संबंधों की प्रतिबद्धता दोहराई और OCCRP की गतिविधियों से किसी भी प्रकार की संलिप्तता से इनकार किया ।