छत्तीसगढ़ के गरियाबंद जिले के उदंती-सीतानदी टाइगर रिजर्व में मानव क्रूरता का एक और मामला सामने आया है। शिकार के उद्देश्य से जंगल में रखे गए पोटाश बम की चपेट में आने से एक 5-6 साल का हाथी शावक गंभीर रूप से घायल हो गया। वन विभाग के अनुसार, इस बम को खाने की कोशिश में शावक के जबड़े और पैर में गंभीर चोटें आईं।

वन विभाग ने शावक को बचाने के लिए कई प्रयास किए। थर्मल ड्रोन और डॉग स्क्वॉड की मदद से उसकी निगरानी की गई और उपचार की योजना बनाई गई थी। हालांकि, करीब एक महीने तक दर्द सहने के बाद, शावक ने दम तोड़ दिया ।

घटना के बाद वन विभाग ने अपराधियों की पहचान के लिए 10,000 रुपये के इनाम की घोषणा की है और पुलिस में शिकायत दर्ज कराई गई है। यह घटना राज्य में वन्यजीव संरक्षण और मानव-वन्यजीव संघर्ष के बीच बढ़ती खाई को उजागर करती है।

यह घटना न केवल पर्यावरण संरक्षण के लिए गंभीर चिंता का विषय है, बल्कि मानवीय संवेदनशीलता पर भी सवाल खड़े करती है। वन विभाग ने इस मामले में दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई का आश्वासन दिया है।

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