दिल्ली के ऐतिहासिक रामलीला मैदान में संविधान बचाओ, आरक्षण की सीमा बढ़ाने और जाति जनगणना की मांग को लेकर आज विशाल रैली आयोजित की गई। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने दलित, ओबीसी, अल्पसंख्यक और आदिवासी संगठनों के फेडरेशन को इस आयोजन के लिए बधाई दी और इसे “एक छोटे भारत” का प्रतीक बताया।
खड़गे ने कहा कि पिछले 11 वर्षों में बीजेपी ने संविधान और लोकतांत्रिक संस्थाओं को कमजोर करने की कोशिश की है। उन्होंने आरोप लगाया कि विपक्ष की आवाज दबाने, मीडिया पर पाबंदियां लगाने और पत्रकारों को जेल में डालने का प्रयास हुआ। उन्होंने कहा कि बीजेपी नेता खुलेआम संविधान बदलने की मांग करने लगे हैं।
खड़गे ने राहुल गांधी की यात्राओं का जिक्र करते हुए कहा कि उनकी यात्रा ने जनता के मुद्दों को कांग्रेस का एजेंडा बनाया। उन्होंने इस रैली को जनता की समस्याओं का समाधान निकालने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम बताया।
प्रमुख मांगें और मुद्दे:
•वक्फ बोर्ड में हस्तक्षेप पर रोक
•प्राइवेटाइजेशन रोकना और ठेकेदारी प्रथा खत्म करना
•खाली सरकारी पदों को भरना
•सरकारी प्रोजेक्ट्स में आरक्षण लागू करना
•किसानों के लिए एमएसपी गारंटी
•आदिवासियों की जल, जंगल और जमीन बचाना
•पारदर्शी चुनाव सुनिश्चित करना
खड़गे ने कहा कि ये मुद्दे दलित, मजदूर, किसान और अल्पसंख्यक वर्गों की आवाज हैं और कांग्रेस इन्हें सुलझाने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि किसी भी राजनीतिक या आर्थिक ताकत को लोकतंत्र कमजोर करने की अनुमति नहीं दी जाएगी।
इस रैली में हजारों की संख्या में लोग शामिल हुए, जो देश में सामाजिक और राजनीतिक सुधारों की आवश्यकता को प्रदर्शित करता है।