अंतर्राष्ट्रीय श्रम संगठन (ILO) की वैश्विक वेतन रिपोर्ट 2024-2025 ने भारत में वेतन असमानता और श्रम बाजार की चिंताजनक स्थिति को उजागर किया है। रिपोर्ट के मुताबिक, भारत में आय के शीर्ष 10 प्रतिशत वर्ग और सबसे निचले 10 प्रतिशत वर्ग के बीच 6.8 गुना का अंतर है। यह असमानता पाकिस्तान, बांग्लादेश, भूटान, नेपाल और म्यांमार जैसे पड़ोसी देशों की तुलना में कहीं अधिक है।
भारत में श्रम बाजार की चुनौतियां
रिपोर्ट में यह भी उल्लेख किया गया है कि भारत में नियमित वेतन प्राप्त करने वाले श्रमिकों की हिस्सेदारी निम्न और मध्यम आय वाले देशों में सबसे कम है। अधिकांश श्रमिक स्व-रोज़गार में लगे हुए हैं, जो आमतौर पर अनौपचारिक, अस्थिर और कम वेतन वाला होता है।
ILO ने चिंता व्यक्त की है कि भारत में श्रमिक वर्ग का एक बड़ा हिस्सा अनियमित नौकरियों पर निर्भर है, जिससे उनकी आय अस्थिर बनी रहती है।
पड़ोसी देशों से भी पिछड़ा भारत
रिपोर्ट के अनुसार, भारत की वेतन असमानता क्षेत्र के अन्य देशों की तुलना में बेहद अधिक है। जहां पाकिस्तान, बांग्लादेश और भूटान जैसे देशों ने वेतन असमानता को नियंत्रित करने में प्रगति की है, वहीं भारत में यह अंतर बढ़ता जा रहा है।
आर्थिक नीतियों पर सवाल
ILO की इस रिपोर्ट ने भारत की आर्थिक नीतियों को लेकर नई बहस छेड़ दी है। विपक्षी दलों ने इसे सरकार की “पकौड़ा-नॉमिक्स” का परिणाम बताया है। विपक्ष का कहना है कि सरकार ने रोजगार और वेतन असमानता को कम करने के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाया है।
एक नेता ने तंज कसते हुए कहा, “यह रिपोर्ट बताती है कि सरकार ने जनता को केवल पकौड़े बेचना सिखाया है, जबकि कुछ चुनिंदा लोगों के लिए हलवा परोसा गया है। यह असमानता बढ़ाने वाली नीतियों का नतीजा है।”
सरकार की प्रतिक्रिया
ILO की इस रिपोर्ट पर सरकार की ओर से अभी तक कोई औपचारिक बयान नहीं आया है। हालांकि, आर्थिक विशेषज्ञों का मानना है कि आय और वेतन असमानता को कम करने के लिए संरचनात्मक सुधार और अनौपचारिक क्षेत्र को मजबूत करने की दिशा में ठोस कदम उठाने की आवश्यकता है।
आगे की राह
ILO की रिपोर्ट ने भारत में आर्थिक असमानता पर गंभीर सवाल खड़े किए हैं। अगर इसे समय रहते नियंत्रित नहीं किया गया, तो यह देश की सामाजिक और आर्थिक स्थिरता के लिए एक बड़ी चुनौती बन सकती है।
सरकार के पास अब यह मौका है कि वह नीतियों को अधिक समावेशी बनाए और श्रमिकों को औपचारिक रोजगार की ओर प्रेरित करने के उपाय करे।