केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) ने एनडीटीवी के पूर्व प्रमोटर्स प्रणय रॉय और राधिका रॉय के खिलाफ 2017 में दर्ज किए गए मामले में क्लोजर रिपोर्ट दाखिल की है। इस मामले में उन पर और अन्य लोगों पर आईसीआईसीआई बैंक को ₹48 करोड़ का नुकसान पहुंचाने का आरोप था। यह आरोप आरआरपीआर होल्डिंग्स प्राइवेट लिमिटेड द्वारा 2009 में लिए गए ₹375 करोड़ के कर्ज से संबंधित था।
सीबीआई ने विशेष अदालत में रिपोर्ट दाखिल करते हुए कहा कि मामले को आगे बढ़ाने के लिए पर्याप्त सबूत नहीं हैं। अदालत अब इस रिपोर्ट को स्वीकार करने पर फैसला करेगी ।
यह मामला तब और चर्चित हो गया था जब 2022 में अडानी समूह ने एनडीटीवी का अधिग्रहण किया। सीबीआई के इस केस और एनडीटीवी के अधिग्रहण के समय में समानता ने कई सवाल खड़े किए हैं। आलोचकों का कहना है कि यह घटनाएं सत्ता और जांच एजेंसियों के इस्तेमाल के तरीकों को उजागर करती हैं ।