गोवा में ‘कैश फॉर जॉब’ घोटाले में करोड़ों रुपये का घोटाला सामने आया है, जिसमें अब तक 20 एफआईआर दर्ज की गई हैं और 19 लोग गिरफ्तार हुए हैं। कांग्रेस प्रवक्ता आलोक शर्मा के अनुसार, 2019 में गोवा पब्लिक सर्विस कमीशन एक्ट में संशोधन करके इस एक्ट को प्रभावी ढंग से लागू होने से रोका गया। कांग्रेस का दावा है कि इस प्रक्रिया के तहत बड़े पैमाने पर पदों के लिए धन का लेन-देन हुआ, जिसे वे ‘गोवा का व्यापम घोटाला’ बता रहे हैं। कांग्रेस ने इस मुद्दे पर साक्ष्य के रूप में कई ऑडियो क्लिप भी जारी की हैं, जो घोटाले के आरोपों को प्रमाणित करती हैं।
गोवा प्रदेश कांग्रेस कमेटी (PCC) ने एक ऑडियो जारी किया है जिसमें एक महिला द्वारा विश्वजीत का नाम लिया जा रहा है। एक अन्य ऑडियो में एक विधायक अपने कार्यकर्ता से कथित तौर पर जॉब के लिए दिए गए पैसे वापस मांगते सुना गया। इस मामले में मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत की पत्नी सुलक्षणा सावंत का नाम भी सामने आया है। कांग्रेस नेता गिरीश चोडनकर ने मुख्यमंत्री सावंत से इस मामले में जवाब देने की मांग की है और निष्पक्ष जांच की अपील की है।
कांग्रेस ने मांग की है कि भर्ती संबंधी श्वेत पत्र जारी हो और उच्च स्तरीय समिति से जांच कराए जाए । कांग्रेस प्रवक्ता आलोक शर्मा ने यह कहा कि ED इस मामले का संज्ञान ले।आरोपों के बाद सरकार से जवाबदेही की मांग तेज हो गई है।
गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने ‘कैश फॉर जॉब’ घोटाले में संलिप्त लोगों की संपत्ति जब्त करने का ऐलान किया। उन्होंने कहा कि सरकार सिर्फ मामले दर्ज करके नहीं रुकेगी बल्कि पीड़ितों को उनका पैसा वापस दिलाने के लिए हर केस की पूरी तरह से निगरानी करेगी। मुख्यमंत्री ने आश्वासन दिया कि इस घोटाले में जिन लोगों ने पैसे दिए हैं, उन्हें उनका पैसा वापस दिलाया जाएगा।