आगरा में एक टॉफी फैक्ट्री की आड़ में नकली दवा बनाने का बड़ा खुलासा हुआ है। पुलिस और ड्रग कंट्रोल विभाग की संयुक्त छापेमारी में इस फैक्ट्री से नकली दवाइयों का गोरखधंधा उजागर हुआ। जानकारी के अनुसार, इस फैक्ट्री से 80 करोड़ रुपए की नकली दवाइयाँ पांच राज्यों में बेची जा चुकी हैं। नकली दवाइयों के इस कारोबार का सरगना विजय गोयल है, जो पिछले 6 महीने से जमानत पर बाहर था।
पुलिस जांच में पाया गया कि विजय गोयल ने हिमाचल प्रदेश से तीन करोड़ रुपये की अत्याधुनिक मशीनें खरीदी थीं, जिनका इस्तेमाल कैंसर, डायबिटीज, एंटी-वायरल, एंटीबायोटिक जैसी गंभीर बीमारियों की नकली दवाओं के उत्पादन में किया जा रहा था। ये नकली दवाएँ असली दवाओं की पैकेजिंग में बाज़ार में बेची जा रही थीं, जिससे आम जनता के स्वास्थ्य पर गंभीर खतरा मंडरा रहा था।
फैक्ट्री के अंदर मिली नकली दवाओं के सैंपल को जांच के लिए भेजा गया है, ताकि इनके घटक और गुणवत्ता का पता लगाया जा सके। पुलिस ने फैक्ट्री के मालिक विजय गोयल और उसके साथियों से पूछताछ शुरू कर दी है और नकली दवाओं के इस नेटवर्क की गहनता से जांच जारी है। माना जा रहा है कि इस धंधे से जुड़े अन्य राज्यों के कई लोगों के नाम भी सामने आ सकते हैं।