हाल ही में बीजेपी के कुछ नेताओं का नाम ड्रग्स के कारोबार से जुड़ने पर राजनीतिक बहस छिड़ गई है। पंजाब में बीजेपी नेता सत्कार कौर को ड्रग्स बेचते हुए गिरफ्तार किया गया, जो कि बीजेपी के लिए एक बड़ा झटका है। इससे पहले मध्य प्रदेश में हरीश आंजना नामक व्यक्ति को 1800 करोड़ रुपये की ड्रग्स के साथ गिरफ्तार किया गया था। इस मामले ने तब और तूल पकड़ा जब कांग्रेस ने आंजना के बीजेपी नेताओं के साथ संबंधों को उजागर किया। हालांकि, बीजेपी ने इन आरोपों को खारिज किया और कांग्रेस पर झूठ फैलाने का आरोप लगाया ।
इसके अलावा, गुजरात में भी बीजेपी नेता विकास अहीर को ड्रग्स बेचते हुए पकड़ा गया था। इस तरह की घटनाओं ने बीजेपी पर सवाल खड़े कर दिए हैं कि उनके नेता ड्रग्स कारोबार में लिप्त हैं और युवाओं के जीवन के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं। विपक्षी दलों ने बीजेपी सरकार पर ड्रग माफियाओं को खुली छूट देने और संरक्षण देने का आरोप लगाया है, जिससे इस मुद्दे पर चर्चा और गहरी हो गई है।
बीजेपी नेता सत्कार कौर को ड्रग्स बेचते हुए गिरफ्तार होने के बाद पार्टी ने उन्हें 6 साल के लिए निष्कासित कर दिया है। यह कार्रवाई तब की गई जब पंजाब पुलिस ने उन्हें ड्रग्स तस्करी में लिप्त पाया। सत्कार कौर की गिरफ्तारी से बीजेपी की छवि पर गहरा प्रभाव पड़ा है, खासकर जब पहले से ही मध्य प्रदेश और गुजरात में पार्टी से जुड़े नेताओं के ड्रग्स मामलों में नाम सामने आ चुके हैं। विपक्षी दलों ने इन घटनाओं को बीजेपी के नेताओं द्वारा नशा कारोबारियों को संरक्षण देने का प्रमाण बताया है ।