टी.एस. सिंहदेव ने छत्तीसगढ़ की मौजूदा कानून-व्यवस्था पर तीखा प्रहार करते हुए सूरजपुर में घटित दिल दहला देने वाली घटना का उल्लेख किया, जिसमें प्रधान आरक्षक के परिवार पर हमला हुआ। इस जघन्य अपराध में प्रधान आरक्षक की पत्नी और बेटी की निर्मम हत्या ने प्रदेश की कानून-व्यवस्था को सवालों के घेरे में खड़ा कर दिया है। सिंहदेव ने कहा कि यह घटना प्रदेश में बढ़ते अपराधों और सरकार की विफलता की एक और मिसाल है।
उल्लेखनीय है कि, सूरजपुर थाने में पदस्थ हेड कॉन्स्टेबल तालिब शेख के घर में घुसकर रविवार की देर रात एक स्थानीय बदमाश ने उनकी पत्नी और बेटी की तलवार और चाकू से काटकर हत्या कर दी। घर के भीतर ही मर्डर करने के बाद दोनों की लाश अर्धनग्न अवस्था में घर से लगभग पांच किलोमीटर दूर फेंक नहर के पास खेत में फेंक दिया। आरोपी बदमाश कुलदीप साहू ने पुलिस पर फायरिंग भी की है। आक्रोशित शहरवासियों ने जगह-जगह पर आगजनी शुरू कर दी है। कई जगहों पर पुरानी गाड़ियों और कबाड़ में आग लगा दी गई है। बदमाश कुलदीप साहू को घर भी शहरवासियों ने फूंक दिया है। वहीं उग्र भीड़ ने SDM को दोड़ाया तो उन्हें जान बचाकर भागना पड़ा।सिंहदेव ने कहा कि यह घटना सिर्फ एक पारिवारिक विवाद का मामला नहीं है, बल्कि यह प्रदेश की कमजोर कानून-व्यवस्था का स्पष्ट संकेत है। उन्होंने सरकार और प्रशासन से सवाल किया कि कैसे एक पुलिसकर्मी का परिवार, जो खुद कानून-व्यवस्था का हिस्सा है, इस तरह से असुरक्षित हो सकता है। यह घटना प्रदेश में आम नागरिकों के लिए क्या संकेत देती है, जहां खुद कानून के रखवाले और उनके परिवार सुरक्षित नहीं हैं?
उन्होंने भाजपा सरकार से तत्काल जवाबदेही की मांग की और कहा कि इस तरह की घटनाएं अराजकता और भय को बढ़ावा दे रही हैं। सिंहदेव ने यह भी कहा कि इस प्रकार के अपराधों के पीछे अपराधियों का निर्भीक होकर काम करना यह दर्शाता है कि या तो उन्हें प्रशासन का कोई डर नहीं है, या फिर वे प्रशासन के समर्थन पर भरोसा करते हैं।