अदानी, रामदेव. श्री श्री को आबंटित हुआ भूमि
अयोध्या में भारतीय सेना और उत्तर प्रदेश सरकार के बीच भूमि विवाद को लेकर अदालत में मामला चल रहा है। यह जमीन सेना के फील्ड अभ्यास के लिए अधिसूचित क्षेत्र में आती है, लेकिन विवाद तब उत्पन्न हुआ जब नवंबर 2023 में अडानी समूह की एक सहायक कंपनी और बाबा रामदेव एवं श्री श्री रविशंकर से जुड़े प्रतिनिधियों ने इस क्षेत्र में 1.4 हेक्टेयर भूमि खरीदी। सेना ने अदालत में दावा किया कि अवैध निर्माणों ने उनकी फील्ड अभ्यास गतिविधियों को बाधित किया है और यूपी सरकार पर शिकायतों की अनदेखी का आरोप लगाया है।
अलाहाबाद हाई कोर्ट की लखनऊ बेंच में हो रही सुनवाई के दौरान सेना ने अदालत को बताया कि उनके अभ्यास क्षेत्र में “अवैध” अतिक्रमण और “अनधिकृत” भूखंडों के कारण उनकी गतिविधियों को गंभीर रूप से सीमित कर दिया गया है। सेना ने अदालत से इन अवैध संरचनाओं को हटाने का अनुरोध किया है, जिनमें होटल, स्कूल, और अन्य निर्माण शामिल हैं।
अदालत ने आदेश दिया है कि नए निर्माणों के लिए सेना से अनापत्ति प्रमाण पत्र (NOC) लिया जाए, और बिना अनुमति के बने ढांचों की जांच की जाए।30 सितंबर की सुनवाई के दौरान कर्नल नवल जोशी, जो सेना की ओर से पक्ष रख रहे थे, ने बताया कि मंजा फील्ड फायरिंग रेंज में पहले बम, मिसाइल, मोर्टार और रॉकेट लॉन्चर जैसे “क्षेत्रीय हथियार” का प्रयोग होता था। हालांकि, अवैध संरचनाओं के कारण इस अभ्यास को अब काफी हद तक सीमित कर दिया गया है। उन्होंने अदालत से इन अवैध निर्माणों को हटाने का आग्रह किया। सेना ने यूपी प्रशासन पर शिकायतों की अनदेखी का आरोप लगाया, जिससे उनकी बढ़ती नाराज़गी साफ दिखाई दी। मामले की अगली सुनवाई दिसंबर में होगी।