आज पुलिस ने सद्गुरु द्वारा संचालित ईशा फाउंडेशन पर छापा मारा, जो मद्रास हाईकोर्ट द्वारा उठाए गए गंभीर आरोपों के बाद हुआ। छापे का कारण दो महिलाओं के कथित रूप से फाउंडेशन में अवैध रूप से रोके जाने के आरोप हैं, जिन्हें उनके पिता ने कोर्ट में पेश किया था। पिता का आरोप है कि फाउंडेशन उनकी बेटियों का “ब्रेनवॉश” कर रहा है और उन्हें संन्यास लेने के लिए मजबूर कर रहा है।
इससे पहले, मद्रास हाईकोर्ट ने ईशा फाउंडेशन से जुड़े कई आपराधिक मामलों की जानकारी मांगी थी। कोर्ट ने एक मामले का जिक्र किया जिसमें फाउंडेशन से जुड़े एक डॉक्टर पर POCSO एक्ट के तहत कई लड़कियों का यौन उत्पीड़न करने का आरोप है।
फाउंडेशन की ओर से दावा किया गया है कि दोनों महिलाएं अपनी मर्जी से वहां रह रही हैं, लेकिन मामले की जांच और छापेमारी से जुड़े तथ्य सामने आने बाकी हैं।