भारत में वाणिज्यिक एलपीजी सिलेंडर की कीमतों में हाल के महीनों में तेज़ी से वृद्धि हुई है, जिसका असर कई व्यवसायों पर पड़ा है। 1 अक्टूबर, 2024 को, तेल विपणन कंपनियों ने 19 किलोग्राम के वाणिज्यिक एलपीजी सिलेंडर की कीमत में ₹48.50 की बढ़ोतरी की, जिससे दिल्ली में इसकी कीमत अब ₹1,740 हो गई है। इससे पहले, 1 सितंबर को भी ₹39 की वृद्धि की गई थी। इसी तरह 1 अगस्त को ₹8.50 का इजाफा हुआ था। इस प्रकार, पिछले तीन महीनों में कुल मिलाकर वाणिज्यिक सिलेंडर की कीमतों में ₹96 की वृद्धि हो चुकी है।
यह मूल्य वृद्धि त्योहारों के मौसम से ठीक पहले आई है, जब कई होटल, रेस्तरां और कैफे जैसे व्यवसायों की परिचालन लागत बढ़ जाती है। हालांकि, घरेलू उपयोग के लिए 14 किलोग्राम के सिलेंडर की कीमतों में कोई बदलाव नहीं किया गया है, जो ₹803 पर स्थिर है।
इस सिलसिलेवार वृद्धि का सीधा असर छोटे व्यवसायों और उद्योगों पर पड़ा है, जो वाणिज्यिक सिलेंडर का उपयोग अपने दैनिक कार्यों के लिए करते हैं। महंगे सिलेंडर की वजह से इनकी परिचालन लागत में इजाफा हो रहा है, जो आर्थिक दबाव को और बढ़ा सकता है। विपक्ष ने केंद्र सरकार पर आरोप लगाया है कि गैस सिलेंडर की कीमतों में बढ़ोतरी से जनता पर बोझ डाला जा रहा है, जबकि सरकार अपने “मित्रों” की जेबें भरने में लगी हुई है। कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों ने कहा कि महंगाई से जनता पहले ही परेशान है, और अब गैस सिलेंडर की कीमतों में वृद्धि से छोटे व्यवसाय और आम लोग और भी प्रभावित हो रहे हैं। विपक्षी नेताओं का कहना है कि सरकार केवल कुछ खास उद्योगपतियों और अपने मित्रों को फायदा पहुंचाने के लिए ऐसे कदम उठा रही है, जबकि आम आदमी की हालत दिन-ब-दिन खराब हो रही है।
इस तरह की नीतियों पर सवाल उठाते हुए, विपक्ष ने सरकार से तुरंत इस बढ़ोतरी को वापस लेने की मांग की है और इसे गरीबों के खिलाफ उठाया गया कदम बताया है।