उत्तर प्रदेश के हाथरस जिले में एक बेहद खौफनाक और चौंकाने वाली घटना सामने आई है, जहां एक स्कूल के निदेशक और शिक्षकों ने कक्षा 2 के एक 9 वर्षीय छात्र की बलि देकर उसे मौत के घाट उतार दिया। यह घटना डीएल पब्लिक स्कूल में हुई, जहां स्कूल को प्रसिद्धि और सफलता दिलाने के लिए काले जादू के एक अनुष्ठान के तहत यह बलि दी गई।

मृतक छात्र, एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर के बेटे थे, जिन्हें छात्रावास के बिस्तर पर बेहोश पाया गया। निदेशक दिनेश बघेल ने इस घटना को छुपाने की कोशिश की और छात्र के शव को अपनी कार में रखकर घंटों तक इधर-उधर घुमाते रहे। बाद में पुलिस द्वारा जांच में यह सामने आया कि छात्र की हत्या काले जादू के लिए की गई थी। इस अनुष्ठान में स्कूल के निदेशक, उनके पिता और तीन शिक्षकों की संलिप्तता पाई गई, जो इस भयावह घटना में शामिल थे। स्कूल का नाम हो, ताबड़तोड़ एडमिशन हो, इस लिए काला जादू के चक्कर में टीचरों ने 9 साल के छात्र की दे दी बलि।

मृतक बच्चे के दादा ने इस दिल दहला देने वाली घटना पर कहा, “उसे गला घोंटकर मारा गया था। जब हम घटना स्थल पर पहुंचे, तो आरोपी बच्चे को लेकर भाग गए। हमने उन्हें आगरा में पकड़ा, जहां उनके पास बच्चा और स्कूल बैग था।”

यह बयान मामले की गंभीरता को और भी बढ़ाता है, क्योंकि इससे पता चलता है कि आरोपी न केवल अपराध को अंजाम देने के बाद भागने की कोशिश कर रहे थे, बल्कि उन्होंने साक्ष्य छुपाने का भी प्रयास किया। पुलिस जांच में यह भी सामने आया कि आरोपी आगरा और अलीगढ़ में कई घंटों तक बच्चे के शव को छुपाने की कोशिश करते रहे।

इस हत्या के पीछे का मकसद स्कूल को प्रसिद्धि दिलाने और उसकी सफलता के लिए तांत्रिक अनुष्ठान करना था। घटना ने पूरे क्षेत्र में दहशत फैला दी है, और पुलिस ने दोषियों को गिरफ्तार कर जांच शुरू कर दी है।

पुलिस अधीक्षक निपुण अग्रवाल के अनुसार, “यह घटना काले जादू के तहत हुई है, और बच्चा स्कूल की प्रसिद्धि और सफलता के लिए बलि चढ़ाया गया था।” पुलिस जांच में यह पाया गया कि स्कूल के निदेशक दिनेश बघेल, उनके पिता जसोधन सिंह, और तीन अन्य शिक्षकों ने इस भयावह अपराध को अंजाम दिया। पुलिस ने बताया कि ये लोग पहले भी काले जादू के अनुष्ठानों में लिप्त थे और इससे पहले भी एक बच्चे की बलि देने का प्रयास किया गया था, जो असफल रहा था।

पुलिस अधीक्षक ने कहा कि इस मामले की जांच जारी है और यह पता लगाने की कोशिश की जा रही है कि क्या इस घटना में और लोग भी शामिल हैं।

 

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