छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कबीरधाम जिले की जेल में बंद लोहारीडीह के बंदियों से मुलाकात की और उनकी हालत और घटना से जुड़े तथ्यों पर जानकारी प्राप्त की। बघेल ने मुलाकात के बाद गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि पुलिस प्रशासन ने बिना उचित विवेचना के कई निर्दोष लोगों को हत्या और हत्या के प्रयास जैसे गंभीर आरोपों में जेल में डाल दिया है।
बंदियों के साथ बातचीत में यह तथ्य सामने आया कि पुलिस ने लोहारीडीह में घरों के दरवाजे तोड़कर लोगों को जबरन उठाया और उनकी पिटाई की। यह भी कहा गया कि कुछ लोग घटना के समय वहां मौजूद ही नहीं थे, बल्कि राजनांदगांव में थे, लेकिन उन्हें भी गिरफ्तार कर लिया गया। बघेल ने यह भी बताया कि पोस्टमार्टम में शामिल कुछ लोग, जो घटना से दूर थे, उन्हें भी पुलिस ने हिरासत में ले लिया।
उन्होंने सवाल उठाया कि कैसे एक व्यक्ति एक ही समय पर दो स्थानों पर हो सकता है? एक आरोपी के रिश्तेदार ने बताया कि उसका भाई राजनांदगांव में था, लेकिन पुलिस ने उसे भी गिरफ्तार कर लिया।
श्री बघेल ने कहा कि असली आरोपियों को गिरफ्तार करना जरूरी है, लेकिन निर्दोष लोगों को क्यों प्रताड़ित किया जा रहा है? उन्होंने इस मामले की निष्पक्ष जांच की मांग करते हुए कहा कि दोषियों को सजा मिलनी चाहिए, लेकिन निर्दोषों को तुरंत रिहा किया जाए।
यह मामला छत्तीसगढ़ में कानून-व्यवस्था और पुलिस की कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल खड़ा करता है, और पूर्व मुख्यमंत्री बघेल ने न्याय की मांग करते हुए इस मुद्दे को सार्वजनिक रूप से उठाया है।
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