गुजरात सूरत में ट्रेन पलटाने की साजिश: तीन रेलवे कर्मचारी गिरफ्तार, नामचीन बनने और पैसे कमाने के लिए रची थी साजिश के सूरत जिले के किम रेलवे स्टेशन के पास 21 सितंबर को ट्रेन पलटाने की साजिश के मामले में पुलिस ने तीन रेलवे कर्मचारियों को गिरफ्तार किया है। सूरत ग्रामीण एसपी हितेश जोयसार ने जानकारी दी कि ट्रेन को पटरी से उतारने की कोशिश की गई थी और इस साजिश के पीछे सुभाष, मनीष और शुभम नाम के तीन आरोपी शामिल थे।
पुलिस के अनुसार, इन कर्मचारियों ने नाम कमाने, पैसे कमाने और यह सुनिश्चित करने के लिए कि रात्रि गश्त जारी रहे, इस साजिश को अंजाम देने की योजना बनाई थी।
घटना के बाद, पुलिस ने 16 टीमें बनाकर जांच शुरू की, जिसमें ड्रोन का इस्तेमाल किया गया और कई लोगों से पूछताछ की गई। जांच में एनआईए, गुजरात एटीएस और अन्य एजेंसियां भी शामिल हुईं । पूछताछ के दौरान सुभाष, मनीष और शुभम ने कबूल किया कि यह साजिश नाम और पैसा कमाने के उद्देश्य से की गई थी, साथ ही यह भी चाहते थे कि रात की गश्त जारी रहे।
हितेश जोयसार ने कहा कि यह साजिश 21 सितंबर को किम रेलवे स्टेशन के पास की गई थी, और इस मामले की गहराई से जांच के लिए पुलिस की 16 टीमों का गठन किया गया था।
यह घटना उस समय सामने आई जब सुभाष कुमार को पहले एक नायक के रूप में देखा गया था, जिसने फिश-प्लेट की खराबी का पता लगाकर दुर्घटना को रोकने में मदद की थी, लेकिन बाद में जांच में पता चला कि वह खुद ही इस साजिश का मास्टरमाइंड था।
जांच में खुलासा हुआ है कि ट्रेन पलटाने की यह साजिश खुद सुभाष कुमार ने ही रची थी। वह फिश-प्लेट को जानबूझकर खोलकर हादसा करवाने की फिराक में था और फिर इसे रोकने का नाटक कर प्रमोशन पाना चाहता था। सुभाष ने सोचा था कि यदि वह समय रहते इस “बड़े हादसे” को रोकने में सफल होता है, तो उसकी सतर्कता के कारण उसे जल्द ही प्रमोशन मिल जाएगा।
साजिश का खुलासा होते ही रेलवे सुरक्षा बल (RPF) ने सुभाष को गिरफ्तार कर लिया है और आगे की जांच सारा भांडा फूट गया ।
इस घटना ने सभी को चौंका दिया है, क्योंकि जिस व्यक्ति पर रेलवे की सुरक्षा का जिम्मा था, वही प्रमोशन की लालसा में ऐसी खतरनाक साजिश रच सकता है।