बिहार के नवादा जिले से एक भयावह घटना सामने आई है, जहां दबंगों ने दलित बस्ती में आतंक मचाते हुए बुधवार देर शाम करीब 80 घरों में आग लगा दी। यह घटना नवादा शहर के मुफस्सिल थाना क्षेत्र के अंतर्गत देदौर कृष्णा नगर दलित बस्ती में हुई। भूमि विवाद को लेकर शुरू हुए इस मामले ने हिंसक रूप ले लिया, जिसके परिणामस्वरूप दबंगों ने न केवल कई ग्रामीणों के साथ मारपीट की, बल्कि कई राउंड फायरिंग करने की भी ख़बर है।
खबरों के अनुसार, विवाद उस समय भड़का जब दबंगों ने सरकार की जमीन पर बसे दलितों के घरों को निशाना बनाकर आग लगा दी। इस हिंसा में करीब 80 घर पूरी तरह जलकर खाक हो गए, और आग में कई मवेशियों की मौत हो गई। घरों का सारा सामान नष्ट हो गया, जिससे गांव के लोगों को भारी नुकसान हुआ है।
घटना की जानकारी मिलते ही 100 से अधिक पुलिसकर्मियों को मौके पर तैनात किया गया। फायर ब्रिगेड की टीम ने कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि अभी तक 10 लोगों को गिरफ़्तार किया गया है, और हमले के पीछे की वजह का पता लगाने के लिए जांच जारी है। घटना से गांव में आक्रोश का माहौल है, और इलाके में भारी तनाव के बीच पुलिस बल तैनात किया गया है।
घटना की गंभीरता को देखते हुए नवादा के कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक मौके पर पहुंचे और स्थिति का जायजा लिया। प्रशासन की ओर से इस हिंसा को रोकने के लिए हरसंभव प्रयास किया और दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की जा रही है।
इस घटना ने पूरे क्षेत्र में दहशत और आक्रोश का माहौल पैदा कर दिया है, और पुलिस की ओर से इलाके में कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए भारी सुरक्षा बल तैनात किया गया है।
तेजस्वी यादव ने नवादा की घटना पर नीतीश सरकार को घेरा, कहा “महा जंगलराज!”
बिहार के नवादा जिले में दलितों के घरों में आगजनी की घटना को लेकर राज्य की राजनीति गर्मा गई है। विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने इस घटना को लेकर एनडीए सरकार और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर तीखा हमला बोला है। तेजस्वी यादव ने ट्विटर पर एक जोरदार बयान देते हुए राज्य की कानून-व्यवस्था पर सवाल खड़े किए और इसे “महा जंगलराज” करार दिया।
तेजस्वी यादव ने ट्वीट में कहा, “महा जंगलराज! महा दानवराज! महा राक्षसराज! नवादा में दलितों के 100 से अधिक घरों में लगाई आग। नरेंद्र मोदी और नीतीश कुमार के राज में बिहार में आग ही आग। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बेफिक्र, NDA के सहयोगी दल बेख़बर! गरीब जले, मरे-इन्हें क्या? दलितों पर अत्याचार बर्दाश्त नहीं होगा।”