नई दिल्ली: कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने बुधवार को, केंद्रीय मंत्री रवनीत सिंह बिट्टू और अन्य भाजपा नेताओं द्वारा राहुल गांधी के खिलाफ की गई अपमानजनक टिप्पणियों के विरोध में देशभर में प्रदर्शन किया।
बिट्टू ने लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी को “नंबर एक आतंकवादी” कहा था। इसके साथ ही अन्य भाजपा नेताओं ने भी राहुल गांधी के खिलाफ आपत्तिजनक बयान दिए। इस बयान के बाद कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने सड़कों पर उतरकर भाजपा के खिलाफ जोरदार विरोध प्रदर्शन किया।
दिल्ली में हुए एक रैली के दौरान दिल्ली पुलिस ने कई कांग्रेस कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया। विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व कर रहे दिल्ली कांग्रेस अध्यक्ष देवेंद्र यादव ने कहा, “हम संविधान की रक्षा के लिए लड़ रहे हैं और राहुल गांधी के दिखाए रास्ते पर चल रहे हैं। भाजपा की धमकियों से हम डरने वाले नहीं हैं। हर कांग्रेस कार्यकर्ता राहुल गांधी के साथ खड़ा है।”
विजयवाड़ा, आंध्र प्रदेश में भी कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन किया, जिसका नेतृत्व आंध्र प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष वाईएस शर्मिला ने किया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस राहुल गांधी के नेतृत्व की रक्षा के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है और संविधानिक मूल्यों को बनाए रखने के लिए यह संघर्ष जारी रहेगा।
रांची में झारखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने आज पुतला दहन कर विरोध प्रदर्शन किया। इस प्रदर्शन के दौरान कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने भाजपा और रवनीत सिंह बिट्टू के खिलाफ नारेबाजी की और उनके बयानों की कड़ी निंदा की। कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने इसे लोकतांत्रिक मर्यादाओं के खिलाफ बताते हुए कहा कि इस तरह के बयान न केवल राहुल गांधी बल्कि भारतीय लोकतंत्र पर भी सीधा हमला हैं।
बिहार में इसके विरोध में पीसीसी अध्यक्ष श्री अखिलेश प्रसाद के नेतृत्व में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने विरोध प्रदर्शन किया ।
कांग्रेस के युवा संगठन, भारतीय युवा कांग्रेस (IYC) ने भी दिल्ली में विरोध प्रदर्शन किया और बिट्टू के बयान को सीधे राहुल गांधी पर हमला बताया। बिट्टू ने कहा था कि “राहुल गांधी देश का सबसे बड़ा आतंकवादी है और वह देशविरोधी ताकतों का समर्थन कर रहे हैं।” इसके अलावा, शिवसेना (एकनाथ शिंदे गुट) के विधायक संजय गायकवाड़ ने भी राहुल गांधी की “जीभ काटने” पर 11 लाख रुपये का इनाम देने की घोषणा की थी, जिससे राजनीतिक तनाव और बढ़ गया।
भारतीय राष्ट्रीय छात्र संघ (NSUI) के अध्यक्ष वरुण चौधरी के नेतृत्व में युवाओं ने ज़ोरदार प्रदर्शन किया।
प्रदर्शन के दौरान NSUI के सदस्यों ने भाजपा की नफरत भरी राजनीति की कड़ी निंदा की और कहा कि ऐसे घटिया बयान न केवल राहुल गांधी बल्कि पूरे देश की मोहब्बत और भाईचारे पर हमला हैं। उन्होंने मांग की कि ऐसे नेताओं पर तुरंत कार्रवाई होनी चाहिए, क्योंकि भारत प्रेम और सद्भाव का देश है, नफरत का नहीं। कांग्रेस कार्यकर्ता और युवा साथी इस देश में मोहब्बत और शांति का संदेश फैलाने के लिए प्रतिबद्ध हैं और ऐसे बयानों का कड़ा विरोध करेंगे।”
तमिलनाडु के मुख्यमंत्री और द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (DMK) के नेता एमके स्टालिन ने भाजपा नेता द्वारा राहुल गांधी को “उनकी दादी जैसा अंजाम भुगतने” की धमकी और शिंदे शिवसेना के विधायक द्वारा उनकी जीभ काटने के इनाम की घोषणा पर गहरा आक्रोश जताया।
स्टालिन ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘X’ पर लिखा, “मेरे भाई राहुल गांधी के आकर्षण और बढ़ते जनसमर्थन ने कई लोगों को अस्थिर कर दिया है, जिससे ऐसी घृणित धमकियों का सहारा लिया जा रहा है।”
कांग्रेस ने इन बयानों की निंदा करते हुए भाजपा नेताओं के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की मांग की है और देशभर में विरोध प्रदर्शन तेज करने की योजना बनाई है।